|| 𝐖𝐞𝐥𝐜𝐨𝐦𝐞 𝐌𝐲 𝐘𝐨𝐮𝐓𝐮𝐛𝐞 𝐜𝐡𝐚𝐧𝐧𝐞𝐥 ||
|| सफलता पाना है तों लोगों की नजरों में पागल बनों ||
~~~~Khan Sir ~~~~
जब नाव जल में छोड़ दी, तूफान में ही मोड़ दी,
दे दी चुनौती सिन्धु को, फिर धार क्या, मझधार क्या ?
कह मृत्यु को वरदान ही, मरना लिया जब ठान ही,
जब आ गये रणभूमि में, फिर जीत क्या फिर हार क्या ?
जब छोड़ दी सुख कामना, आरंभ कर दी साधना,
संघर्ष पथ पर बढ़ चले, फिर फूल क्या अंगार क्या ?
संसार का पी पी गरल. जब कर लिया मन को सरल,
भगवान शंकर हो गये, फिर राख क्या श्रृंगार क्या ?
~~~~~Ankit Sir ~~~~~
𝒯𝒽𝒶𝓃𝓀𝓈 𝒻𝑜𝓇 𝓌𝒶𝓉𝒸𝒽𝒾𝓃𝑔